क्षायिक/क्षयोपशमिक सम्यग्दर्शन
क्षयोपशमिक सम्यग्दर्शन दूध से बना मक्खन है – सदोष/ अस्थाई।
क्षायिक सम्यग्दर्शन घी है, एक बार तपा लिया तो स्थाई हो गया।
(डॉ.एस.एम.जैन)
क्षयोपशमिक सम्यग्दर्शन दूध से बना मक्खन है – सदोष/ अस्थाई।
क्षायिक सम्यग्दर्शन घी है, एक बार तपा लिया तो स्थाई हो गया।
(डॉ.एस.एम.जैन)
4 Responses
क्षायिक, क्षपोपशमिक सम्यग्दर्शन का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है!
‘घी’ me koi ‘दोष’ nahi hota ?
घी… 1) विशुद्धतम अवस्था है।
2) इसकी मर्यादा निश्चित नहीं
जैसे क्षायिक सम्यक् दर्शन की।
Okay.