गुरु
गुरु में देव, गुरु व शास्त्र तीनों समाहित हैं –
गुरु की वाणी – जिनवाणी ;
जिनमुद्रा देखते ही मोक्षमार्ग की अनुभूति।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
गुरु में देव, गुरु व शास्त्र तीनों समाहित हैं –
गुरु की वाणी – जिनवाणी ;
जिनमुद्रा देखते ही मोक्षमार्ग की अनुभूति।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
3 Responses
‘Guru’ me ‘Dev’ kaise samahit hote hain ?
उनका वेश, जिन की मुद्रा ही तो है !
Okay.