जिसका फाला उसका गाना

51% से अधिक जिसकी ओर हो, गाने उसके ही गाने में समझदारी होगी न !
51 से अधिक वर्षों की उम्र में, अगले जन्म/ भगवान की ओर ज्यादा हुए न !!
तो गुणगान किसका करना चाहिये ?
चिंतवन/ तय्यारी अगले जन्म की अधिक या इस जन्म में ही लगे रहना है ?

चिंतन

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7 Responses

  1. जीवन में गुणगान भगवान एवं गुरुओं का करना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है!

    1. कब्बडी आदि खेलों एक टीम एक side रहती है दूसरी, दूसरी side। बीच में लाइन खींच देते हैं। इन sides को फाले कहते हैं।

  2. 51 varsh bhi agar hum maan ke chale ki humari aayu 100 varsh ki hai. Agar hum 72 varsh (mahaveer bhagwan ji ki) ki aayu ko benchmark maane, to 36-37 varsh me hi agle janam ki tayaari shuru kar deni chahiye !

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