ज्ञान
1. इंद्रिय –
2. अतींद्रिय – मन से
3. अनींद्रिय – आत्मज्ञान
1, 2 – शरीर के साथ यहीं छूट/रह जाते हैं
3 – भवांतरों में साथ जाता है ।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
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One Response
उक्त कथन सत्य है कि ज्ञान तीन प्रकार के होते हैं।
1 इन्द़िय जो पांच इन्द़ियां कहीं गई है जो स्पर्शन,रसना,घ़ाण,चक्षु और श्रोत्र।
2 अतीन्द्रिय जो मन से होती है।
3 अनीन्द़य जिससे आत्म ज्ञान मिलता है।
अतः यह स्पष्ट है कि 1,2 शरीर के साथ यही छूट और रह जाते हैं जबकि अनीन्दिय ज्ञान भवांतरो में साथ जाता है।
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उक्त कथन सत्य है कि ज्ञान तीन प्रकार के होते हैं।
1 इन्द़िय जो पांच इन्द़ियां कहीं गई है जो स्पर्शन,रसना,घ़ाण,चक्षु और श्रोत्र।
2 अतीन्द्रिय जो मन से होती है।
3 अनीन्द़य जिससे आत्म ज्ञान मिलता है।
अतः यह स्पष्ट है कि 1,2 शरीर के साथ यही छूट और रह जाते हैं जबकि अनीन्दिय ज्ञान भवांतरो में साथ जाता है।