एक सी तीन मूर्तियों की कीमत 1 हजार, 1 लाख, 1 करोड़|
कारण ?
1. एक कान से धागा, दूसरे कान से बाहर → कर्णस्थ
2. एक कान से धागा, मुँह से बाहर → कंठस्थ
3. एक कान से धागा, बाहर नहीं आता। → हृदयस्थ
मुनि श्री मंगल सागर जी
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One Response
मुनि श्री मंगलसागर महाराज जी को तीन मूर्तियों को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है।
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मुनि श्री मंगलसागर महाराज जी को तीन मूर्तियों को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है।