चिंतन में तीर्थंकर एवं अवतार को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए तीर्थंकर पर श्रद्वान करना परम आवश्यक है। Reply
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चिंतन में तीर्थंकर एवं अवतार को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए तीर्थंकर पर श्रद्वान करना परम आवश्यक है।