तृष्णा

चिड़िया के बच्चे ने माँ से पूछा –
ये कैसा जीव है! चलता तो हमारी तरह दो पैरों से ही है पर दो हाथ क्यों हिलाता चलता है ?
ये मनुष्य है, इसको तो चार हाथ भी कम लगते हैं*।

चिंतन

* दो हाथ की जगह यदि चार हाथ होते।

Share this on...

4 Responses

  1. तृष्णा का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए तृष्णा के भाव नहीं रखना चाहिए।

  2. Last sentence me ‘chaar haath’ ke jagah ‘do haath aur do pair’ nahi hona chahiye ? Ise clarify karenge, please ?

    1. और क्लियर कर दिया ; अब ठीक है ?

      “ये मनुष्य है, इसको तो चार हाथ भी कम लगते हैं*।
      * दो हाथ की जगह यदि चार हाथ होते।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives
Recent Comments

September 4, 2024

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930