दिगम्बरत्व
जो भेष/ परिधान दूसरों के लिये, उससे अपना भला कैसे होगा !
दिगम्बरत्व अपना, उससे अपना भला/ कल्याण अवश्य होगा(दूसरों का भी)।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
जो भेष/ परिधान दूसरों के लिये, उससे अपना भला कैसे होगा !
दिगम्बरत्व अपना, उससे अपना भला/ कल्याण अवश्य होगा(दूसरों का भी)।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
4 Responses
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने दिगम्बरत्व का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। दिगम्बरत्व ही मोक्ष मार्ग पर चलने में समर्थ होते हैं।
‘परिधान’ ka kya meaning hai, please ?
कपड़े।
Okay.