एक बहुत गरीब पिता के बेटे के IAS बनने के अनुभव/ शिक्षा…..
जीवन में कठिनाइयाँ हैं/ आयेंगी, उनसे संघर्ष का नाम ही जीवन है।
दु:ख अलग है जैसे प्रियजन का विछोह।
कठिनाइयों से दुखी न होकर संघर्ष करने वाला ही सफल/ संतुष्ट होता है।
इंद्रजीत सिन्हा (IAS)- झारखण्ड
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दुख एवं संघर्ष का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। जीवन में कर्म सिद्वांत पर विश्वास करने वाले दुख एवं संघर्ष से विचलित नहीं होते हैं।
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दुख एवं संघर्ष का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। जीवन में कर्म सिद्वांत पर विश्वास करने वाले दुख एवं संघर्ष से विचलित नहीं होते हैं।
पत्थर से पत्थर रगड़ोगे
पैदा होगी आग।
संघर्ष करोगे जीवन में,
खुल जायेंगे भाग्य।।