पुदगल में परिणमन दिखता है, अन्य द्रव्यों में कैसे समझें ?
हाँड़ी के चावल पके या नहीं, समझने के लिये एक चावल देखकर समझ लिया जाता है ।
मुनि श्री सुधासागर जी
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4 Responses
द़व्य-गुण और पर्याय के समूह को कहते हैं या जो उत्पाद व्यय और घौत्य से युक्त है उसे कहते हैं। पुदगल-जो पूर्ण और गलन स्वभाव वाला है वह पुलिस है। अतः यह कथन सत्य है कि पुदगल में परिणमन दिखता है लेकिन अन्य दव्यो में केसे समझते हैं इस के लिए हांड़ी के चावल पके या नहीं इसके समझने के लिए एक चावल देखकर समझ लिया जाता है।
Changes तो वहीं देख सकते हैं, जो दिखता है जैसे पुदगल ।
इस परिणमन को देखकर तथा सिध्दान्त (कि हर द्रव्य में परिणमन हर सयम होता रहता है) में विश्वास रखकर, अन्य द्रव्यों में परिणमन पर विश्वास करने में कोई आपत्ति नहीं रह जाती है ।
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द़व्य-गुण और पर्याय के समूह को कहते हैं या जो उत्पाद व्यय और घौत्य से युक्त है उसे कहते हैं। पुदगल-जो पूर्ण और गलन स्वभाव वाला है वह पुलिस है। अतः यह कथन सत्य है कि पुदगल में परिणमन दिखता है लेकिन अन्य दव्यो में केसे समझते हैं इस के लिए हांड़ी के चावल पके या नहीं इसके समझने के लिए एक चावल देखकर समझ लिया जाता है।
That means “Pudgal” ke parinaman se hi, baaki dravyon ka parinaman bhi samjhein?
Changes तो वहीं देख सकते हैं, जो दिखता है जैसे पुदगल ।
इस परिणमन को देखकर तथा सिध्दान्त (कि हर द्रव्य में परिणमन हर सयम होता रहता है) में विश्वास रखकर, अन्य द्रव्यों में परिणमन पर विश्वास करने में कोई आपत्ति नहीं रह जाती है ।
Okay.