द्वीप / समुद्र

अढ़ाई द्वीप/मनुष्य लोक सबसे महत्त्वपूर्ण है।
आगे के असंख्यात द्वीपों/समुद्रों में तो मनुष्य ही नहीं होते, वे तो मनुष्य लोक को Balance करने के लिये हैं।

मुनि श्री सुधासागर जी

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6 Responses

  1. “मनुष्य लोक को Balance करने के लिये हैं।”
    Is statement ko aur clarify karenge, please ?

  2. द्वीप का मतलब जिसमें अन्तर्भूत अन्य वस्तुओं का भी वर्णन किया है। इनमें समुद्र भी होते हैं। अतः मुनि महाराज का कथन सत्य है कि अढ़ाई द्वीप एवं मनुष्य लोक ही महत्वपूर्ण है अन्य जगह मनुष्य नहीं मिलते है, यानी मनुष्य लोक सभी को बेलेंस करने केवल लिए सोते हैं।

  3. मनुष्य लोक, yahan par मुख्य ho gaya aur आगे के ‘असंख्यात द्वीपों/समुद्र’, गौण ho gaye, right ?

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