धर्मात्मा
धर्मात्मा पुण्यहीन …. पुजारी, पूरा जीवन गरीबी के साथ धार्मिक क्रियाएँ करता रहता है।
धर्मात्मा पुण्यवान …. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
धर्मात्मा पुण्यहीन …. पुजारी, पूरा जीवन गरीबी के साथ धार्मिक क्रियाएँ करता रहता है।
धर्मात्मा पुण्यवान …. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
One Response
मुनि श्री प़माणसागर महाराज जी ने धर्मात्मा की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में पुण्यमान बनने का प़यास करना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।