धर्म का प्रवाह

धर्म का प्रवाह बहुत महत्वपूर्ण है,
पर
यदि उपयोग नहीं किया तो वह बह जायेगा ।

आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

Share this on...

One Response

  1. उक्त कथन सत्य है कि धर्म का प़वाह बहुत महत्वपूर्ण है पर उपयोग नहीं किया तो बहना यानी उपयोगिता नहीं रहेगी। उदाहरण के रुप में नदियों का पानी के उपयोग के लिए बांध बनाना पड़ता हैं, जिससे आवश्यकता अनुसार उसका उपयोग किया जाता है।
    अतः धर्म भी बांध की तरह है,जिसका उपयोग करते रहना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives
Recent Comments

July 8, 2020

December 2024
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
3031