धोखा
पहली बार धोखा देने वाले को शर्म आनी चाहिए।
दूसरी बार धोखा/ अहित/ नुकसान खाने वाले को शर्म आनी चाहिए क्योंकि आपने अपने आपको संभाला क्यों नहीं !
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
पहली बार धोखा देने वाले को शर्म आनी चाहिए।
दूसरी बार धोखा/ अहित/ नुकसान खाने वाले को शर्म आनी चाहिए क्योंकि आपने अपने आपको संभाला क्यों नहीं !
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
One Response
मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने धोखे का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में किसी को धोखा नहीं देना चाहिए, यदि धोखा मिलता है , तो सावधान होना चाहिए ताकि अगली बार धोखा न खा सकें ।