नकल में अकल

राजा के दरवाजे से एक भिखारी पीठ रगड़ रहा था।
राजा को दया आयी कि इसका कोई साथी भी नहीं है, धन दिया।
अगले दिन दो भिखारी पीठ रगड़ रहे थे, दोनों को कोड़े लगवाये,
दोनों तो एक दूसरे की पीठ खुजा सकते थे।

 (श्री कुरुप)

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One Response

  1. उपरोक्त कथन सत्य है कि नकल में अकल का उपयोग करना परम आवश्यक है! दोनों उदाहरण से स्पष्ट है कि जो अक्ल से काम करता है, वही सफल होता है!

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