चिंतन में नय एवं एकांत का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में एकांत की जगह अनेकांत को धारण करना परम आवश्यक है। Reply
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चिंतन में नय एवं एकांत का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में एकांत की जगह अनेकांत को धारण करना परम आवश्यक है।