नियम संशोधन
नियम लेने के बाद पता लगे कि वह आगम विरुद्ध है, तो 108 बार णमोकार मंत्र पढ़कर सुधार लें ।
क्षु. श्री ध्यानसागर जी
(यदि गुरु से लिया हो तो उनसे प्रायश्चित सहित संशोधन करायें)
नियम लेने के बाद पता लगे कि वह आगम विरुद्ध है, तो 108 बार णमोकार मंत्र पढ़कर सुधार लें ।
क्षु. श्री ध्यानसागर जी
(यदि गुरु से लिया हो तो उनसे प्रायश्चित सहित संशोधन करायें)