पंडित
पंडित विशेषण है, वाचक है। जबकि विद्वान ज्ञानवाचक, उनके लिये “विद्वत श्री” शब्द प्रयोग करना चाहिये, जिसमें सम्मान भी है तथा ज्ञानी होने का प्रतीक। “पंडित” तो मुनियों के आगे लगाना चाहिये। उनके मरण को भी “पंडित-मरण” कहा जाता है।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
3 Responses
‘वाचक’ ka kya meaning hai, please ?
Adjective/ सार/ तत्व जैसे गुणवाचक।
Okay.