परनिंदा

परनिंदा आदि से नीच गोत्रकर्म में विशेष अनुभाग पड़ता है,
बाकी 6 कर्मों में प्रदेश बंध होता है।

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4 Responses

  1. परनिंदा का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। जीवन में परनिंदा से बचना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है। अतः जीवन में अपनी निंदा अवश्य करना चाहिए।

    1. सातवाँ तो आयुकर्म है। जिसका हर समय बंध नहीं होता है।

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