पर्याप्ति
पर्याप्ति पूर्ण होने पर सिर्फ योग्यता आती है या कुछ और भी ?
हमारी जिज्ञासा
योग्यता, शक्ति की पूर्णता तथा वर्गणायें ग्रहण कर रचना भी शुरु हो जाती है।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
पर्याप्ति पूर्ण होने पर सिर्फ योग्यता आती है या कुछ और भी ?
हमारी जिज्ञासा
योग्यता, शक्ति की पूर्णता तथा वर्गणायें ग्रहण कर रचना भी शुरु हो जाती है।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
One Response
मुनि महाराज जी का कथन सत्य है योग्यता, शक्ति की पूर्णता तथा वर्गणायें ग़हण कर रचना भी शुरू हो जाती है!