पर्याय/केवलज्ञान/नश्वरता

अर्थ पर्याय नश्वर है, व्यंजन अनश्वर, जैसे देवों के विमान ।
केवलज्ञान भी व्यंजन पर्याय है ज्ञान की, इसमें परिणमन व्यवहार से माना है ।
परिणमन द्रव्य में ही होता है, गुण में नहीं, केवलज्ञान गुण है ।

पं. रतनलाल बैनाड़ा जी

Share this on...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives
Recent Comments

October 10, 2016

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930