पूर्ण ज्ञान
केवलज्ञानी किसी भी द्रव्य की पहली और अंतिम पर्याय को नहीं जानते तो इसे पूर्णज्ञान कैसे कहा ?
चूड़ी में आरम्भ/अंत न मालुम होते हुए भी पूरी चूड़ी का तो ज्ञान है न!
मुनि श्री सुधासागर जी
केवलज्ञानी किसी भी द्रव्य की पहली और अंतिम पर्याय को नहीं जानते तो इसे पूर्णज्ञान कैसे कहा ?
चूड़ी में आरम्भ/अंत न मालुम होते हुए भी पूरी चूड़ी का तो ज्ञान है न!
मुनि श्री सुधासागर जी
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2 Responses
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने पूर्ण ज्ञान की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है!
Bahut hi sundar example hai, maharajshri ka. Namostu Gurudev !!