मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी का प़तिकमण का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। साधु दिन में तीन बार प़तिकमण करते हैं। दिन में गलत कार्य होने पर प़तिकमण करते हैं। अतः श्रावकों को भी कम से कम शाम के समय प़तिक्रमण करना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।
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मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी का प़तिकमण का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। साधु दिन में तीन बार प़तिकमण करते हैं। दिन में गलत कार्य होने पर प़तिकमण करते हैं। अतः श्रावकों को भी कम से कम शाम के समय प़तिक्रमण करना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।
‘अतिक्रमण’ ka kya meaning hai, please ?
सीमा का उल्लंघन करना।
Okay.