प्रातिहार्य / मंगल

प्रातिहार्य भगवान के लिए होते हैं। उनके अतिशय से भी होते हैं। ये सदा अरहंत भगवान/ मूर्ति के पास/ साथ रहते हैं।
आठ मंगल* मूर्ति के नीचे रखे जाते हैं।

मुनि श्री प्रणम्य सागर जी (जिज्ञासा समाधान- 20.3.22)

(झारी, कलश, दर्पण, चंवर, ध्वजा, बीजना(पंखा), छत्र, स्वास्तिक)

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5 Responses

    1. झारी, कलश, दर्पण, चंवर, ध्वजा, बीजना(पंखा), छत्र, स्वास्तिक।

    1. सुंदर/ अच्छी धातु का टोंटीदार कलश। शांतिधारा करते समय देखा होगा !

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