बोल
पशु बोल नहीं सकते इसलिये दुःख सहते हैं ।
इंसान के बोलने पर संयम नहीं है, इसीलिये दुःख को निमंत्रण देते हैं !
🙏🏻🙏🏻🙏🏻 जय जिनेन्द्र 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
(शोभा जैन)
पशु बोल नहीं सकते इसलिये दुःख सहते हैं ।
इंसान के बोलने पर संयम नहीं है, इसीलिये दुःख को निमंत्रण देते हैं !
🙏🏻🙏🏻🙏🏻 जय जिनेन्द्र 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
(शोभा जैन)
One Response
यह कथन सत्य हैं कि पशु बोल नहीं सकते हैं बल्की दुःख सहते रहते हैं लेकिन मनुष्य बोलने में संयम नहीं रखते है,जिसके कारण दुखों को निमंत्रण देते रहते हैं। अतः इंसान को वाणी में संयम रखना चाहिए ताकि जीवन में सुख-शांति मिलती रहेगी।