ज्यादा मीठा बोलना भी कभी ज़हर के समान होता है। अतः जीवन में मीठा नहीं बोल सकते हो तो उस दिन मीठा खाने का त्याग करना चाहिए। Reply
One Response
ज्यादा मीठा बोलना भी कभी ज़हर के समान होता है। अतः जीवन में मीठा नहीं बोल सकते हो तो उस दिन मीठा खाने का त्याग करना चाहिए।