भव्य मंदिर

क्या भव्य मंदिरों में भाव ज्यादा लगते हैं ?
बड़ी-बड़ी टॉकीज जैसे राजमंदिर आदि में पिक्चर देखने के लिए ज्यादा टिकट देकर भी पिक्चर देखते हैं, फिल्म तो सदा टॉकीज में भी देखी जा सकती है।
कारण ?
रागी लोगों को भव्यता ज्यादा प्रभावित करती है।
2) मंदिर समवसरण के प्रतीक होते हैं इसलिए उनको यथाशक्ति भव्य बनाना चाहिए।

मुनि श्री सौम्य सागर जी (जिज्ञासा समाधान- 26 फ़रवरी)

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One Response

  1. भव्य मन्दिर का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए भव्य भाव रखना परम आवश्यक है।

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