1) ‘करण प्रधानता’ ka kya meaning hai ? 2) ‘Nivrattiaatmak’ ka mention nahi hai ? Yeh 2 points clarify karenge, please ? Reply
1) जब भाव और आचरण का रोल समाप्त हो जाता है तब तीन करण प्रकाश में आते हैं। 2) सातवें गुणस्थान के निवृत्तिआत्मक को ही तो कारण प्रधान कहा है। Reply
यहां कारण नहीं है करण ही है और तुम जानते हो सातवें गुणस्थान के अंत में श्रेणी चढ़ते हैं तब अध:करण शुरू हो जाता है, अपूर्वकरण, अनिवृत्तिकरण की वजह से इसको करण प्रधान कहा। Reply
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भाव, चरण, करण को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है।
1) ‘करण प्रधानता’ ka kya meaning hai ?
2) ‘Nivrattiaatmak’ ka mention nahi hai ?
Yeh 2 points clarify karenge, please ?
1) जब भाव और आचरण का रोल समाप्त हो जाता है तब तीन करण प्रकाश में आते हैं।
2) सातवें गुणस्थान के निवृत्तिआत्मक को ही तो कारण प्रधान कहा है।
‘कारण प्रधान’ ya ‘करण प्रधान’ ? Ise clarify karenge, please ?
यहां कारण नहीं है करण ही है और तुम जानते हो सातवें गुणस्थान के अंत में श्रेणी चढ़ते हैं तब अध:करण शुरू हो जाता है, अपूर्वकरण, अनिवृत्तिकरण की वजह से इसको करण प्रधान कहा।