चिंतन में प़श्न को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में मनुष्य बनने के बाद धर्म से जुडना परम आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है। Reply
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चिंतन में प़श्न को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में मनुष्य बनने के बाद धर्म से जुडना परम आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।