गणित में सवाल हल करते समय, “माना कि” से सवाल हल हो जाते हैं।
पर जीवन में जो तुम्हारा है नहीं, उसे अपना मान-मान कर जीवन को सवाल बना दिया है/ बेहाल कर दिया है।
चिंतन
Share this on...
One Response
माना का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए अपने माना के लिए प़यास रत रहना परम आवश्यक है।
One Response
माना का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए अपने माना के लिए प़यास रत रहना परम आवश्यक है।