मान्यतायें

मान्यतायें सबकी अलग अलग हो सकती हैं ।
सही/गलत का निर्णय प्रयोग (चारित्र) से ही हो सकता है ।

आचार्य श्री विद्यासागर जी

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One Response

  1. उक्त कथन सत्य है कि मान्यताएं सबकी अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन सही ग़लत का निर्णय उनके चारित्र से ही हो सकता हैं। मान्यताओं का उसके चारित्र,आगम और विवेक से निर्णय लेना चाहिए ताकि विवाद नहीं हो ।

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