शुभ-मुहूर्त कार्य करने की सिद्धता में सहायक होता है,
क्योंकि…
कर्म
द्रव्य, क्षेत्र, काल, भव और भाव से प्रभावित होकर फल देते हैं ।
मुनि श्री सुधासागर जी
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2 Responses
यह कथन भी सत्य है कि शुभ कार्य के लिए शुभ मुहूर्त की आवश्यकता पड़ती है जो सिद्धता में सहायक होती है।कर्म द़व्य, क्षेत्र, काल, भव और भाव से प़भावित होकर फल देता है।अतः शुभ कार्य शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए ताकि शुभ लाभ मिल सकता है।
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यह कथन भी सत्य है कि शुभ कार्य के लिए शुभ मुहूर्त की आवश्यकता पड़ती है जो सिद्धता में सहायक होती है।कर्म द़व्य, क्षेत्र, काल, भव और भाव से प़भावित होकर फल देता है।अतः शुभ कार्य शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए ताकि शुभ लाभ मिल सकता है।
मुहूर्त के विषय में पूर्व में उल्लेख किया गया था।मुहूर्त भी अड़तालीस मिनट का होता है ।