मृत्यु
मृत्यु से भय क्यों ?
पुराने सम्बंधों को छीन लेती है !
मृत्यु तो पुरानी गंध में , बसंत की सूचना है ।
देहावसान है , न कि कहानी का अंत।
मृत्यु से भय क्यों ?
पुराने सम्बंधों को छीन लेती है !
मृत्यु तो पुरानी गंध में , बसंत की सूचना है ।
देहावसान है , न कि कहानी का अंत।
5 Responses
Every “saadhak” is trying to understand above!
What do we mean by “Dehaavsaan” ?
देह का अवसान (end)
every shravak fears death but should think about their karm. Suresh Chandra Jain
okay.