योगों का काल
सत्य, असत्य, उभय तथा अनुभय प्रत्येक का काल अंतर्मुहूर्त।
पूर्व दो की अपेक्षा उत्तरोत्तर का काल क्रम से संख्यातगुणा संख्यातगुणा है।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी (जीवकांड–गाथा- 197)
सत्य, असत्य, उभय तथा अनुभय प्रत्येक का काल अंतर्मुहूर्त।
पूर्व दो की अपेक्षा उत्तरोत्तर का काल क्रम से संख्यातगुणा संख्यातगुणा है।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी (जीवकांड–गाथा- 197)
4 Responses
मुनि महाराज जी ने योगों का काल की परिभाषा का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है!
‘उत्तरोत्तर’ ka kya meaning hai, please ?
उत्तरोत्तर का मतलब है ‘एक से बढ़कर एक’, ‘एक से ज़्यादा’ (next is higher than first) जैसे प्रश्न के बाद उत्तर आता है, वैसे ही जो बाद मे आयेगा वो बढ़कर।
Okay.