रसोई
रसोई -जहाँ रस बरसे।
Kitchen – जहाँ किच किच रहे।
चौका – जहाँ शास्त्र की चौकी बनी रहे।
मुनि श्री तरूण सागर जी
फ़र्क हिन्दी और अँग्रेज़ी का नहीं बल्कि अँग्रेज़ियत का है/अपने संस्कारों को भूल कर पाश्चात्य सभ्यता से प्रभावित होने का है ।
रसोई -जहाँ रस बरसे।
Kitchen – जहाँ किच किच रहे।
चौका – जहाँ शास्त्र की चौकी बनी रहे।
मुनि श्री तरूण सागर जी
फ़र्क हिन्दी और अँग्रेज़ी का नहीं बल्कि अँग्रेज़ियत का है/अपने संस्कारों को भूल कर पाश्चात्य सभ्यता से प्रभावित होने का है ।
One Response
Ye to pura samajh mai aa gaya.