चिंतन में वर्तमान को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए वर्तमान में ही जीने का प़यास करना परम आवश्यक है। Reply
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चिंतन में वर्तमान को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए वर्तमान में ही जीने का प़यास करना परम आवश्यक है।