शिष्य की शिक्षा पूर्ण होने पर गुरु ने तीन चीज़ें शिष्य को दीं… 1) दीपक… जो ख़ुद जलता है/ दूसरों को प्रकाश देता है पर अहंकार नहीं करता। 2) सुई… जो खुद उघाड़ी रहती है पर दूसरों को ढकती है/ जोड़ती है। 3) बाल… मृदुता और सरलता का प्रतीक।
आर्यिका श्री पूर्णमति माता जी (3 नवम्बर)
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