संबंध
कोरोना जैसी महामारी से भी सीखो…सब संबंध धोखे के हैं,
हर व्यक्ति को छूने से भी डरो/ सावधानी बरतो चाहे वह अपना ही बच्चा क्यों न हो/ अपना ही शरीर क्यों न हो !
मुनि श्री सुधा सागर जी
कोरोना जैसी महामारी से भी सीखो…सब संबंध धोखे के हैं,
हर व्यक्ति को छूने से भी डरो/ सावधानी बरतो चाहे वह अपना ही बच्चा क्यों न हो/ अपना ही शरीर क्यों न हो !
मुनि श्री सुधा सागर जी
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संबंध जो हृदय और मन से जुड़े होते हैं। अतः जो अभी कोरोना की बजह से किसी को छूने से ड़रना, चाहे वह आपका बच्चा हो या अपना शरीर हो यह सब तत्काल समय के लिए है। भले ही घर में रहकर परिवार के साथ आत्मीयता बढ़ रही है एवं शान्ती सन्टुष्टी भी बढ़ रही है, इसके साथ पुरानी समस्यायों का निराकरण भी हो रहा है। अतः संबंध जो मन एवं हृदय से ही बढ़ते हैं,यह कभी विफल नहीं होते हैं।