यह कथन बिलकुल सत्य है। भगवान् के उपदेश में अहिंसा का महत्वपूर्ण योगदान है। श्रावकों को संवेदनशील होना बहुत जरूरी है तभी उसका कल्याण होगा। आत्म संवेदना होना साधुऔं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। श्रावक संवेदना नहीं रखते हैं तो उनका जीवन निरर्थक होगा। Reply
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यह कथन बिलकुल सत्य है। भगवान् के उपदेश में अहिंसा का महत्वपूर्ण योगदान है। श्रावकों को संवेदनशील होना बहुत जरूरी है तभी उसका कल्याण होगा। आत्म संवेदना होना साधुऔं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। श्रावक संवेदना नहीं रखते हैं तो उनका जीवन निरर्थक होगा।