सपने
भविष्य बताने वाले सपने तो प्राय: महापुरुषों को ही आते हैं। साधारण लोगों के सपने तो मन के भावों/ स्वभाव पर ही आधारित होते हैं। भाव अनेक, इसलिये सपने भी भानुमती के पिटारे।
सो सपनों से अपनी पहचान कर सकते हैं; क्योंकि झूठ तो खुली आँख से ही होता है।
निर्यापक मुनि श्री वीरसागर जी
6 Responses
मुनि श्री वीरसागर महाराज जी ने सपने के उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः सोने के सपनों को भूल जाना चाहिए बल्कि दिन के अछे सपनों को पुरुषार्थ से पूर्ण करने का प़यास करना परम आवश्यक है।
Yahan par ‘भानुमती के पिटारे’ ka kya meaning hai, please ?
भानुमति ने पिटारा जोड़ा, कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा।
‘रोड़ा’ ka kya meaning hai, please ?
पत्थर के छोटे-छोटे टुकड़े।
Okay.