समस्या

समस्या को तपस्या बना लो, फ़िर वह समस्या नहीं रह जाती ।
कैसे बनायें ?
समस्या को स्वीकार करके ।

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  1. उक्त कथन सत्य है कि समस्या को तपस्या बना लेते हैं तो फिर वह समस्या नहीं रहती है। उपरोक्त समस्या के लिए उसको स्वीकार करना महत्वपूर्ण भूमिका है।

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