सम्मेद शिखर वंदना पुण्योदय से नहीं, पुण्य फल के त्याग से होती है।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
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मुनि श्री प़माणसागर महाराज जी ने सम्मेद शिखर वंदना का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए सम्मेद शिखर की वंदना करना परम आवश्यक है, ताकि पुण्य मिल सकता है।
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मुनि श्री प़माणसागर महाराज जी ने सम्मेद शिखर वंदना का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए सम्मेद शिखर की वंदना करना परम आवश्यक है, ताकि पुण्य मिल सकता है।