सामायिक

सामायिक –
महाव्रती खड़गासन में,
देशव्रती पद्मासन में,
अविरती लेट कर भी,
मिथ्यादृष्टि लेटकर करवटें बदलता रहता है, सामायिक करता ही नहीं।

चिंतन

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One Response

  1. चिंतन में सामायिक करने के लिए उपाय बताऐ गऐ हैं, उनका पालन करना परम आवश्यक है। अतः मिथ्यादृष्टि नहीं होना चाहिए बल्कि सम्यग्दृष्टि होना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।

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