काँच का बर्तन गिरे तो चकनाचूर, स्टील का गिरे तो सिर्फ दब जाता है/टूटता नहीं है ।
कारण !
नियति प्रदत्त स्वभाव ।
चिंतन
Share this on...
4 Responses
इसमें स्त्री को कांच के समान माना गया है क्योंकि कांच का बर्तन गिरे तो चकनाचूर हो जाता है जबकि पुरुष को स्टील माना गया है, क्योंकि गिरने पर सिर्फ दब जाता है लेकिन टूटता नहीं है। इसका कारण नियति प़दत स्वभाव ही होता है। स्त्री को कांच के समान माना गया है अतः उसकी मर्यादा सुरक्षित करना पड़ता है।
4 Responses
इसमें स्त्री को कांच के समान माना गया है क्योंकि कांच का बर्तन गिरे तो चकनाचूर हो जाता है जबकि पुरुष को स्टील माना गया है, क्योंकि गिरने पर सिर्फ दब जाता है लेकिन टूटता नहीं है। इसका कारण नियति प़दत स्वभाव ही होता है। स्त्री को कांच के समान माना गया है अतः उसकी मर्यादा सुरक्षित करना पड़ता है।
“नियति प्रदत्त स्वभाव ” ka kya meaning hai please?
नियति द्वारा प्रदान स्वभाव ।
Okay.