Month: November 2009
सावधानी
विहार करते समय आचार्य श्री ने कहा -यदि पट्टी (सड़क पर खींची सफेद पेंट की लाईन) पर चलोगे तो पट्टी नहीं बंधेगी (पैरों पर) ।
धर्म
कुछ बच्चे School ( धर्म ) में घंटी पर ओले की आवाज ( बहाना ) सुनकर Class से भाग खड़े होते हैं । बाहर (
जिव्हा
जिव्हा 4 अंगुल की होती है । पर 32 सिपाहियों (दातों) के पकड़ में भी नहीं आती है, हाथ से भी Slip हो जाती है, और तो
परद्रष्टि
क्या आप सुबह सुबह दुसरे का घर साफ करने जाते हो ? यदि नहीं तो दुसरे के सुधारने में क्यों लगे रहते हो । श्री
असावधानी
पैरों में कांटे गढ़े, आंखो में फ़ूल, आंखे चली क्यों ? ( पैर में कांटे तभी लगते हैं जब आंखे बाहर की सुंदरता से आकर्षित
मंदिर
Q. – हर जगह भगवान हैं तो मंदिर की क्या जरुरत है ? A. – हर जगह हवा है तो पंखे की क्या जरुरत है !
धर्म
अंधे को खीर खाने दी । अंधे ने पूछा – खीर कैसी होती है ? सफ़ेद । सफ़ेद कैसा होता है ? बगुले जैसा ।
तालमेल
गुलाब की तरह सुंदर और खुशबूदार बनना चाहते हो ? – तो कांटों के साथ रहना सीख लो ! (श्री मेहुल)
अहिंसा
S. L. भाई ने आचार्य श्री से पूछा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा इतनी छोटी परिस्थितियों से उठ कर इतनी बड़ी जगह कैसे पहुंच गये ? आचार्य
साता
साता में भी और-और की हाय में लगे रहना, क्या सोने में सुगंध ढूंढने की कोशिश नहीं है ? श्री लालमणी भाई
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