Day: November 15, 2009
दुखः
November 15, 2009
पंचम काल में असहनीय दुखः होते ही नहीं हैं, असहनीय दु:ख तो नरक में ही होते हैं। (श्री कल्पेश भाई) (हम तो दु:खों को सह पा
पंचम काल में असहनीय दुखः होते ही नहीं हैं, असहनीय दु:ख तो नरक में ही होते हैं। (श्री कल्पेश भाई) (हम तो दु:खों को सह पा
Recent Comments