Day: January 24, 2010
पुरूषार्थ
January 24, 2010
पुरूष ( आत्मा ) के द्वारा किया गया कार्य, जिसका अर्थ व्यर्थ ना हो । श्री लालमणी भाई
कर्म प्रकृति में करण
January 24, 2010
नौवें दसवें गुणस्थानों में उपशम, निद्यत्ति, और निकाचित करण नहीं होते । क्योंकि अनिवृत्ति करण परिणामों से उपशम, निद्यत्ति, और निकाचितपना टूट जाता है ।
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