Day: February 22, 2010
कर्म फल
February 22, 2010
पुर्व जन्मों के पापों की सजा इस जन्म में क्यों ? लक्ष्मी से गीता ने रुपये उधार लिये पर लौटाने के समय मन में बेईमानी
दर्शन मोहनीय/मिथ्यात्व बंध के कारण
February 22, 2010
अरिहंत, सिद्ध, उनके चैत्य ( प्रतिमा ) , गुरू ( जो सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान या सम्यग्चारित्र में हमसे श्रेष्ठ हों ), श्रुत, धर्म, संघ का अवर्णवाद
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