Day: March 6, 2010
प्रायश्चित
March 6, 2010
आचार्य शांतिसागर जी महाराज को आहार देते समय अम्मा जी से कोई त्रुटि हो गई। प्रायश्चित पूछ्ने पर पंड़ित जी ने बताया तो उन्होंने किसी दुसरे
अघातिया कर्म
March 6, 2010
अघातिया कर्मों से बाह्य सामाग्री की प्राप्ति होती है । कर्म जड़ हैं, बलहीन हैं तो बाह्य सामाग्री इनसे कैसे मिलती है ? कर्मोदय तो
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