Day: April 1, 2010
अतिथि संविभाग
April 1, 2010
आचार्य श्री एक बार किसी गरीब के घर आहार के लिये गये, रोटियों के बर्तन में 6 रोटियाँ थीं, उन्होंने 2 रोटी खाने के बाद
प्रमाद ( असावधानी )
April 1, 2010
शुभ कार्यों में निरूत्साह या संज्ज्वलन कषाय के तीव्र उदय से ।
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